Thursday, March 7, 2024

तिलकपुर जागेश्वरनाथ शिव मंदिर का इतिहास आचार्य डॉ राधे श्याम द्विवेदी


तिलकपुर जागेश्वरनाथ शिव मंदिर का इतिहास

बाबा जागेश्वर नाथ धाम  गाँव, वा पोस्ट तिलकपुर, तहसील हररैया, राष्ट्रीय राजमार्ग 28 कैप्टनगंज के पास जिला बस्ती उत्तर प्रदेश में स्थित है। जगेसर ग्राम तिलकपुर पंचायत कप्तानगंज क्षेत्र पंचायत बस्ती का प्रसिद्ध मंदिर है। जगेसर ग्राम तिलकपुर पंचायत कप्तानगंज बस्ती जिले में स्थित है। इस गांव के लोग बेहद शांतिपूर्ण तरीके से रह रहे हैं। इस गांव का इतिहास बहुत गौरवान्वित है। कृषि इस गांव का मुख्य पेशा है। आज भी यह गांव औद्योगिक विकास का इंतजार कर रहा है। शिक्षा, पेयजल, सड़क और बिजली इस गांव की मुख्य चिंता है। युवा पीढ़ी इन दिनों मोबाइल, लैपटॉप और कंप्यूटर तकनीक की ओर अधिक आकर्षित हो रही है। यदि बैंक और वित्त संस्थान ग्रामीणों को ऋण और अन्य वित्तीय सहायता साबित करते हैं, तो इस गांव को वास्तविक विकास दिखाई देगा। यहां एक आयुर्वेदिक चिकित्सालय पंचायत भवन, मातृ शिशु कल्याण केन्द्र पोस्ट आफिस,प्राइमरी विद्यालय बना हुआ है। यहां पुलिस परेड गन्ना की केंद्र तथा हाल ही में पेट्रोल पंप भी खुल गया है।अब यह एक विकसित स्थल बन गया है।

मंदिर का इतिहास :-

 लोग बताते हैं कि पुराने वक्त में शासकों द्वारा शिवलिंग की खुदाई का काफी प्रयास किया गया था, लेकिन लोगों की श्रद्धा एवं शिव के अपार शक्ति के आगे शासको को असफलता मिली। स्थानीय लोग का कहना है की ग्रामीणों ने लहा पर पत्थर की एक शिला देखा जिससे शिवलिंग के रूप में लोगों ने पूजा अर्चना प्रारंभ कर दिया। जो लगातार श्रद्धा का एक केंद्र बन चुका है। यह मंदिर शिव मंदिर के रूप में जाना जाता है। यहां सावन मास, अधिक मास तेरस के साथ ही साथ महीने के हर सोमवार को शिव भक्ति का भारी भीड़ देखने को मिलती है।
        यह अयोध्या राष्ट्रीय मार्ग पर स्थित बस्तीसे 8 किमी की दूरी पर अंडूपुर राजस्व गांव में निकट ग्राम पंचायत तिलकपुर के शिव मंदिर पर महाशिवरात्रि के दिन श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है । नगर बाजार( बस्ती )थाना क्षेत्र में बाबा जागेश्वर नाथ शिव मंदिर तिलकपुर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। लोगों ने आस्था के जल से भोलेनाथ को नहलाया जाता है। यहां दिन भर मेले जैसा दृश्य बना रहा। मुंडन संस्कार और धाíमक अनुष्ठान भी होते रहते हैं ।यहां जलाभिषेक के साथ मेले का आयोजन होता है। महाशिवरात्रि पर ग्रामीण क्षेत्रों के शिवालयों व उनके आसपास साफ-सफाई कराकर अन्य तैयारियां पूरी कर ली जाती है। मंदिरों के पास लगने वाले मेले व सुरक्षा व्यवस्था का खाका भी खींच लिया जाता है। कप्तानगंज के पूर्वी छोर पर स्थित तिलकपुर के सामने वर्षों पुराने स्थल जागेश्वर नाथ धाम में भारी भीड़ जुटती है। श्रद्धालु जलाभिषेक और मिन्नते मांगने पहुंचते हैं। यहां सोमवार व शनिवार को लोग पूजन अर्चन के लिए आते हैं। माघ मास की त्रयोदशी व कांवड़ मेले में भीड़ जुटती है। विगत कई वर्षों से यहां राम कथा भागवत कथा और शिव पुराण कथा का आयोजन भी होता रहा है।

                   आचार्य डॉ राधे श्याम द्विवेदी

लेखक परिचय:-

(लेखक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, आगरा मंडल ,आगरा में सहायक पुस्तकालय एवं सूचनाधिकारी पद से सेवामुक्त हुए हैं। वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश के बस्ती नगर में निवास करते हुए समसामयिक विषयों,साहित्य, इतिहास, पुरातत्व, संस्कृति और अध्यात्म पर अपना विचार व्यक्त करते रहते हैं।) 







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