Monday, April 10, 2017

चौरासी कोसी परिक्रमा शुरू (बस्ती व्यूरो प्रमुख डा. राधेश्याम द्विवेदी)

चौरासी कोसी परिक्रमा शुरू
(बस्ती व्यूरो प्रमुख डा. राधेश्याम द्विवेदी)

बस्ती : मंगलवार चैत्र पूर्णिमा को अयोध्या से शुरू हो रही चौरासी कोसी परिक्रमा इसी दिन जनपद सीमा में मखौड़ा धाम पहुंचेगी। बुधवार को जनपद में विधिवत यात्रा प्रारंभ होगी। यह यात्रा जनपद मे तीन पड़ावों पर रात्रि विश्राम करते हुए शेरवाघाट से सरयू नदी पार करते हुए पुन: फैजाबाद जनपद में श्रृंगीऋषि आश्रम पहुंचेगी। मखौड़ा से सरयू नदी के शेरवाघाट तक की तकरीबन 50 किलोमीटर की यात्रा में कई जगह श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। हालांकि स्थानीय स्तर पर उनकी सुरक्षा और सेवा का प्रबंध आम जन द्वारा बड़े पैमाने पर किया जाता है लेकिन सड़क की दुर्दशा यात्रियों को अधिक कष्ट पहुंचाएगी। मखौड़ा धाम में इस बार यात्रियों को पर्याप्त सुविधा मिलेगी। धर्मशाला, मंदिर का खूबसूरत अहाता प्रकाश की व्यवस्था उनकी थकान दूर करने में सहायक होगी। यहां से चलने के बाद यात्री छावनी थाना क्षेत्र के रामरेखा मंदिर पहुंचते हैं। रास्ते में छायादार वृक्ष यात्रियों को आराम करने का मौका तो देंगे ही सड़क भी दुरुस्त है। राम रेखा मंदिर पर धर्मशाला का अभाव यात्रियों को काफी कष्ट पहुंचाएगा। आम के विशाल बाग उनकी शरण स्थली बनेंगे। यहां रात्रि विश्राम करने के बाद अगले दिन यात्री दुबौलिया ब्लाक के हनुमानबाग चकोही पहुंचेंगे। यहां भी हनुमान जी का छोटा सा मंदिर के अलावा अन्य कुछ भी नहीं है। मखौड़ा से हनुमान बाग तक तो रास्ते दुरुस्त हैं दोनो तरफ छायादार वृक्ष भी हैं। असली दुश्वारी हनुमानबाग से शुरू होगी। यहां से सरयू नदी के शेरवाघाट तक तो रास्ते ठीक हैं और ही छायादार पेड़ ही मिलेंगे। डेढ़ किलोमीटर का यह कंकरीला मार्ग उसके बाद बीडी तटबंध से सरयू नदी की रेत यात्रियों की परीक्षा लेने के लिए काफी है। इस रास्ते में कोई इंतजाम नहीं है। प्रशासनिक पुलिस के स्तर से इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। रास्ते में जगह-जगह चिकित्सा शिविर लगाए जा रहे हैं। स्थानीय पुलिस हर समय पेट्रो¨लग करती रहेगी। एसडीएम हरिश्चंद्र ¨सह ने कहा कि यात्रा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और चिकित्सा के इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। विभिन्न विभागों को जिम्मेदारियां बांट दी गईं हैं। यात्रियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने पाएगी।
              यात्रियों की सेवा के लिए स्थानीय स्तर पर लोगों में होड़ लगी रहती है। आसपास के गांवों के लोग जगह-जगह टेंट में अथवा पेड़ के नीचे पानी, भोजन सामग्री और चटाई आदि लेकर इस इंतजार में बैठे रहते हैं कि यात्रा में शामिल लोग आएं और उनका आतिथ्य स्वीकार करें। जैसे ही श्रद्धालुओं का जत्था दिखता है लोग पानी और मीठा लेकर दौड़ पड़ते हैं। श्रद्धा और सेवा का ऐसा अछ्वुत नजारा यहां देखने को मिलता है कि लगता ही नहीं कि यहां कोई अपरिचित है। जनपद में तीन रात्रि का यात्रियों का पड़ाव श्रद्धा, आस्था और विश्वास से लबरेज रहता है।
              चौरासी कोसी परिक्रमा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इसके लिए दो सीओ और तीन एसओ को सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखने को कहा गया है। यात्रा की संवेदनशीलता के हिसाब से सुरक्षाकर्मियों को परिक्रमा मार्ग पर तैनात किया गया है। परिक्रमा में शामिल महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर महिला सिपाहियों को भी लगाया गया है। चौरासी कोसी परिक्रमा मंगलवार को अयोध्या के नया घाट से शुरू होगी। इसके लिए एसपी की ओर से परिक्रमा मार्ग और चेक प्वाइंट पर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सीओ हर्रैया कृष्ण मुरारी और सीओ कलवारी अरशद जमाल सिद्दीकी को परिक्रमा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखने को कहा गया है। इनके साथ ही प्रभारी निरीक्षक परशुरामपुर शमशेर बहादुर ¨सह, प्रभारी निरीक्षक छावनी विक्रम ¨सह और दुबौलिया के प्रभारी निरीक्षक सतानंद भी परिक्रमा मार्ग पर और विश्राम स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। अपर पुलिस अधीक्षक रोहित मिश्र ने बताया कि हर्रैया, परशुरामपुर, गौर और कप्तानगंज थाने के एक-एक उपनिरीक्षक सहित चार उपनिरीक्षक, चार एचसीपी, 20 कांस्टेबल, 10 महिला कांस्टेबल और एक फायर टेंडर की व्यवस्था की गई है। इन सभी को कहां मौजूद रहकर सुरक्षा व्यवस्था संभालनी है, इसकी जानकारी दे दी गई है। इसके अलावा एलआइयू के निरीक्षक, उपनिरीक्षक और कांस्टेबलों को भी लगाया गया है। यह सिविल ड्रेस में रहकर परिक्रमा पर नजर रखेंगे।


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