Saturday, June 26, 2021

2021का अवतरण दिवस

 

2021 का जन्म दिन

तुम हमें बधाई देते हो ,वो हम पर निगाहें डाले हैं।

एक साल और हमसे छीना, वो अपने पास बुलाते हैं।।

यह काया भी ना निरोगी, व्याधि इसमे घर कर डाला।

जितने सुरक्षित करते हैं, उतने ये असुरक्षित हो जाला।।

दुनिया के झंझावातों ने, हम सबको झकझोर दिया।

करोना का कठिन दौर, डर- डर करके गुजर गया।।

समाज-परिवार औ राष्ट्र ,हमको जो कुछ जैसा भी दिया।

आहुति-प्रसाद निकाल करके, कम या बेसी लौटा दिया।।

अगली पीढ़ी की जिम्मेदारी, वे जैसा चाहें वैसा करें।

उसमें नौरत्न या इक्यासी ,या जीरो पर वरण करें।।

पुराने वरिष्ठ लोग सभी, मानो तो देश के बोझ ही हैं ।

मानो तो स्मारक की तरह, समाज देश की धरोहर हैं ।।

इसकी रक्षा व देखभाल, वर्तमान सभी का धर्म भी है ।

चर-अचर मानव प्राणीका, सबसे पहला ये कर्म भी है।।