कप्तानगंज बस्ती । कप्तानगंज के विधायक CA चंद्र प्रकाश शुक्ला ने सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज का औचक निरीक्षण किया ।जब वे एम्बुलेंस में मरीजों के लिये रखी गई दवाओं के स्टॉक रजिस्टर में सिर्फ गोला देखा तो भड़क गए। विधायक ने एम्बुलेंस कर्मचारी को जमकर फटकारा और एम्बुलेंस प्रभारी को फोन लगाकर सभी दोषियों को सस्पेंड करने का निर्देष भी दिया। उन्होंने इस दौरान अस्पताल के स्टॉक रजिस्टर जांच रिपोर्ट सहित साफ-सफाई के हालात पर खासा ध्यान देते हुए उसे तत्काल सुधारने का निर्देश दिया उन्होंने इस दौरान अस्पताल में मौजूद मरीजों व उनके तीमारदारों से भी बातचीत कर अस्पताल की खामियों को जानने का प्रयास किया और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं हर पल उपलब्ध कराने को तैयार रहने को कहा।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को दिन में करीब 1 बजे कप्तानगंज के विधायक सीए चंद्र प्रकाश शुक्ला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज पहुंचे और वार्ड बॉय से लेकर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को तलब कर लिया इस दौरान उन्होंने अस्पताल में मौजूद दवाओं के बारे में जानकारी लेते हुए इस बात पर नाराजगी जताई कि अस्पताल से मरीजों को बाहर की दवाएं क्यों लिखी जाती हैं इस पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मरीजों को अस्पताल से मिलने वाली दवाओं से राहत ना मिलने पर उन्हें बाहर की दवाएं आवश्यकतानुसार लिखना उन की व्यवस्था है जिस पर विधायक ने कहा की दवाओं के खत्म होने से पहले इंडेंट बनाकर महकमे के जिम्मेदारों को हर हाल में उपलब्ध कराया जाए जिससे दवाओं का मिनिमम स्टॉक हमेशा मेंटेन रहे और यहां आने वाले मरीजों को बाहर से दवाई ना खरीदनी पड़े उन्होंने अस्पताल की पैथोलॉजी रिपोर्ट जो NGO के माध्यम पर है के बारे में भी नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्हें इस बात की लगातार शिकायतें मिल रही है कि यहां मरीजों द्वारा दिया जा रहा ब्लड सैंपल की जांच रिपोर्ट काफी गलत प्रदान की जा रही है जिसके चलते मरीजों की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बढ़ रही हैं जो कतई किसी भी हालत में बर्दाश्त करने योग्य नहीं है उन्होंने पैथोलॉजी के डिपार्टमेंट तथा संबंधित एनजीओ के जिम्मेदारों के बारे में लिखा-पढ़ी करने को कहा बाद में उन्होंने अस्पताल परिसर की साफ सफाई का भी मुआयना किया।तथा वहां मौजूद तमाम मरीजों व उनके तीमारदारों से भी अस्पताल की व्यवस्था की जानकारी लेकर जिम्मेदारों को तत्काल खामियां दूर करने का निर्देश दिया इस दौरान एंबुलेंस में उपलब्ध दवाओं तथा उसके स्टॉक रजिस्टर के बीच अंतर पाने पर उन्होंने तल्ख रुख अख्तियार करते हुए कहा की दोषी कर्मचारियों के ऊपर कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी।
अस्पताल में नहीं है जांच सेंटर, मरीजों को होती है परेशानी :- विधायक सीपी शुक्ला
ने जब देखा की मरीजों की पैथालिजी जांच की रिपोर्ट गोरखपुर से बनकर आती है, तो वे आग बबूला हो गए। विभाग ने कृष्णा
डायग्नोस्टिक सेंटर को मरीजों के सभी प्रकार की जांच का ठेका दे दिया है। मरीजों
का ब्लड सेंपल
लेकर उसे 95 किलोमीटर दूर गोरखपुर जांच के लिये भेजा जाता है, जिसकी रिपोर्ट दो दिनों बाद आती है। जिस कारण कोई भी मरीज यहां जांच कराना
उचित नहीं समझता
है विधायक सीपी शुक्ला
ने कहा कि इस अस्पताल में मरीजों की जान से पुरी तरह से खिलवाड़ किया जाता है। गलत पैथालाजी रिपोर्ट देकर मरीज को और बीमार बना दिया जा रहा है।
जिसकी वे शासन को रिपोर्ट कर सख्त कार्यवाही करवाएंगे।इस सम्बन्ध में एक वीडियो फुटेज भी देखा जा सकता है।
निरीक्षण के दौरान मरीज परेशान - घंटो खाली रही ओपीडी:- सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज का औचक निरीक्षण करने पहुंचे कप्तानगंज के विधायक सीए चंद्र प्रकाश शुक्ला द्वारा निरीक्षण के दौरान खामियां भले ही कम नजर आई हो पर मरीजों की सांसत हो गई विधायक की जवाबदेही में तैयार खड़े वार्ड बॉय से लगायत चिकित्सकों ने अपने प्राथमिक जिम्मेदारियों से ही नाता तोड़ दिया था जिसके चलते घंटो ओपीडी ही खाली हो गयी।और दर्द से कराह रहे तमाम मरीज परेशान रहे। यहां बता दें कि सोमवार को इलाके की विधायक सीए चंद्र प्रकाश शुक्ला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज पर मरीजों को उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लेने मौके पर पहुंचे थे उनका इरादा भी नेक था वह वास्तव में सरकार द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवाएं यहां आने वाली मरीजों को मिल रही थी कि नहीं इसी का जायजा लेने तो आए थे परंतु उनकी जवाबदेही ने वार्ड ब्वाय से लेकर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी तक उनके सामने घंटों डट गए जिसके चलते हालात खराब हो गए ओपीडी सूनी हो गई पर्ची कटना बंद हो गई पैथालॉजी में ब्लड सैंपल लेना बंद हो गया इमरजेंसी भी ठप पड़ गई सब के सब जो विधायक की जी हजूरी में लग गए थे परंतु इस बात का किसी को इल्म नहीं रहा कि वह अपनी प्राथमिक जिम्मेदारी ही भूल गए हैं नतीजन अस्पताल पर मौजूद तमाम मरीज परेशान हो गए ।
दर्द से कराहते रहे मरीज :- दुबौलिया थाना क्षेत्र की भटहा गांव निवासिनी मोनिका तिवारी अपनी मां और भाई के साथ उल्टी दस्त के चलते होने वाले पेट में तीव्र दर्द की शिकायत पर यहां आई थी काफी देर इंतजार करने के बाद जब नहीं रहा गया तब वह अपना पेट पकड़कर OPD के सामने रखी कुर्सी पर बैठ गई उसकी मां व भाई उसकी तीमारदारी में लगे रहे और डॉक्टर के आने का घंटों इंतजार करते रहे और पीड़ित बालिका दर्द से कराहती रह गई इसी तरह विधायक के आने से पहले चिकित्सक द्वारा कप्तानगंज थाना क्षेत्र के नकटी देई गांव निवासी रामसूरत तिवारी को स्वास्थ्य परीक्षण हेतु ब्लड सैंपल देने के लिए सरकारी पैथालॉजी में भेजा गया था परंतु तभी विधायक आ गए जिसके चलते वह अपना ब्लड सैंपल देने के लिए घंटों इंतजार करते रह गए दुबौलिया थाना क्षेत्र से मारपीट के बाद चोट मुवायना तथा इलाज कराने आए दो युवक भी विधायक जी के आने के बाद हुई अफरा-तफरी में इमरजेंसी में घंटो पड़े रहना पड़ा।उनका भी मेडिकल परीक्षण विधायक जी के जाने के बाद ही हो पाया कुछ इसी तरह जब तक विधायक जी अस्पताल परिसर में मौजूद रहे तब तक वार्ड बॉय से लेकर फार्मासिस्ट व चिकित्सक उनकी जवाबदेही के बहाने यहां आए मरीज व उनके तीमारदारों को भगवान भरोसे छोड़ दिए।और वह दर्द से कराहने पर बिबस हो गए। सवाल है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर यहां आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों को बेहतर सुविधा दिलाने के उद्देश्य से पहुंचे विधायक के निरीक्षण का सिस्टम इतना कैसे बिगड़ गया कि वहां रही सही स्वास्थ्य व्यवस्था देख रहे स्वास्थ्य कर्मी व चिकित्सक उनकी मौजूदगी में ही घंटों अपनी प्राथमिक जिम्मेदारी से मुंह मोड़कर मरीजों को सांसत में डाल दिए और विधायक जी को भी उनका दर्द महसूस नहीं हुआ।
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