बच्चों की मुस्कान और मासूमियत भरा प्रोग्राम
फर्स्टक्राय इंटेलिटॉट्स प्रीस्कूल द्वारा "एवरग्रीन चैंप्स स्पोर्ट्स डे 2025-26" का भव्य आयोजन 16 नवंबर 2025 को दिन में सेठ एम. आर.जयपुरिया स्कूल कैंपस में किया गया। शहर की भागम- भाग माहौल से दूर बेली गांव के शांतिमय और निर्जन वातावरण में स्थापित जयपुरिया स्कूल के आंगन में यह बच्चे अपनी-अपनी प्रतिभा का हुनर दिखा रहे थे। इसमें नन्हे- मुन्ने बच्चों ने उत्साह और आत्मविश्वास के साथ विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। खेल बच्चों में आत्मविश्वास, टीमवर्क, अनुशासन और धैर्य जैसे जीवन-मूल्यों को विकसित करते हैं, जो आगे उनके व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पूरे कार्यक्रम का माहौल बच्चों की मुस्कान, ऊर्जा और मासूमियत से भरा हुआ था। जहां विद्यालय के आंगन में नन्हें मुन्ने अपनी प्रस्तुति देते तो मंच पर भी नन्हे मुन्नों का समूह इनका हौसला अफजाई भी करते थे। संगीत की मधुर ध्वनियां इनमें चार चाँद लगा रही थीं।
सम्यक निगरानी से सम्पन्न हुआ ये कार्यक्रम
यह कार्यक्रम देखने में जितना आसान था इसे निभाने में उतना ही कठिनाई उठाना पड़ रहा था। नन्हे मुन्ने बच्चों को लाइन में लगवाना, उनसे कार्यक्रम करवाना बहुत टेढ़ी खीर थी। एक को संभालो तो दूसरा बिगड़ जाता था। टीचर और आयोजक स्टाफ इन्हें निरंतर अपनी निगरानी में रखते थे और एक-एक कार्यक्रम संपन्न कराते थे। हार जीत से ज्यादा यह जरूरी था की हर बच्चा इस कार्यक्रम में अपनी क्षमता और रुचि के अनुसार भाग ले सके। कुछ बच्चे अभ्यास कर करके सध गए थे और बहुत अच्छी प्रस्तुति दिए तो कुछ बच्चे बिल्कुल नए-नए पहली बार स्टेज पर आने वाले, बहुत सोच समझकर कदम रखते थे । कोई बच्चा चला किसी उद्देश्य से था और बाद में कुछ और ही करने लगता था। टीचर इन्हें पकड़-पकड़ कर सिस्टमैटिक रूप से स्पोर्ट्स में भाग दिलवाते रहे।
विविध प्रकार के आयोजन
प्रतियोगिता में दौड़, बाधा दौड़, बैलेंसिंग, गेंद-फेंक, योग, और कई अन्य प्रकार की गतिविधियों हुईं। एक कार्यक्रम में मुंह में चम्मच रखकर उसमें नींबू रखकर कम से कम समय में दूसरे छोर तक पहुंचना था ।एक कार्यक्रम में बच्चे तितलियां जैसा पंख लगाए फूलों की सुगंध लेने के लिए दौड़ते थे और फूल तोड़कर अपने गंतव्य स्थान पर वापस आ जाते थे । एक खेल में पीठ पर थालीनुमा पत्तल रखकर पैर के बल बिना थाली गिराए अपने लक्ष्य तक जाते थे एक कार्यक्रम में कुछ कागज का टुकड़ा किसी अवरोध के नीचे छिपा कर बच्चों द्वारा कलेक्ट कराया जाता था। ऐसे छोटे छोटे अनेक कार्यक्रम बनाए गए थे। बीच बीच में माता पिता को पहेली तथा छोटे छोटे कार्यक्रम रस्साकशी आदि में भी भाग दिलवाया गया।
उत्साह वर्धन आशीर्वाद और आभार
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में
सीआरओ कीर्ति प्रकाश भारती ने नन्हे प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाया। उपस्थित प्रतिष्ठित अतिथियों ने नन्हे प्रतिभागियों को आशीर्वाद दिया और उनके आत्म- विश्वास एवं प्रदर्शन की सराहना की।स्कूल की निदेशक रश्मि अग्रवाल ने सभी अभिभावकों का स्वागत करते हुए कहा कि "यह आयोजन केवल खेलों का नहीं, बल्कि बचपन, प्रयासों और सीख की छोटी-छोटी खुशियों का उत्सव है। हर बच्चा अपनी रफ्तार से बढ़ता है, और हमारे लिए हर बच्चा विजेता है।" संरक्षक नंदलाल अग्रवाल ने कहा कि “बच्चों को प्रीस्कूल से लेकर उच्च कक्षाओं तक उच्च-गुणवत्ता वाली एक सतत शैक्षणिक यात्रा का लाभ मिलता है।”अभिभावकों ने सभी ने बच्चों के आत्मविश्वास, प्रस्तुति की सराहना की।
बाद में हर परिभागी को प्रमाणपत्र उपहार तथा ग्रुप फोटोग्राफी में चित्रित किया गया।
जयपुरिया स्कूल का विशेष सहयोग
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सेठ एम.आर. जयपुरिया स्कूल, का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ। स्कूल परिवार ने अपना सुन्दर खेल मैदान उपलब्ध कराकर प्री- स्कूल के इस आयोजन को और अधिक प्रभावशाली बनाया। इस मौके पर हिमांशु सेन, आशा अग्रवाल, विशाल सिंह, प्रधानाचार्य जयपुरिया सुभाष जोशी, मनीष अग्रवाल आदि उपस्थित रहे। फर्स्टक्राय इंटेलिटॉट्स प्रीस्कूल का सेठ एम.आर. जयपुरिया स्कूल के साथ आधिकारिक K-12 टाई-अप भी है, जिसके माध्यम से बच्चों को प्री- स्कूल से लेकर उच्च कक्षाओं तक उच्च-गुणवत्ता वाली एक सतत शैक्षणिक यात्रा का लाभ मिलता है।
काश! उदघोषणाएं मातृभाषा में होती
कार्यक्रम की उदघोषणाएं अंग्रेजी माध्यम से संचालित की गई। जिसे बच्चे तो क्या समझ सके होंगे ?बहुत कम हीअभिभावक समझ सके होगे। इतने छोटे बच्चों का कार्यक्रम यदि मातृभाषा में या द्विभाषा में संचालित होती तो आयोजन और जीवन्त बन सकता था।
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