सरकार ने तो 60 की उम्र में कर दिया रिटायर ।
पर विभाग ने अभी तक नही किये पूरे भुगतान ।
कहा जाता है कि यह माननीय मोदीजी राज है ।
भारी बहुमत से पुनः ये आ गयी है सरकार ।
पर कर्मचारी अधिकारी तो वही पुराने ढर्रे वाले ही हैं ।
जिन्हें अपने आगे आने वाले लक्ष्य का ध्यान है ।
पर पुराने रिटायर हुए लोग उनके लिए बोझ हैं ।
बुजुर्ग भी स्मारकों की तरह देश की धरोहर होते है ।
इसकी रक्षा व देखभाल करना वर्तमान वालों का धर्म है ।
ये चूक कहां हो रही कौन इसकी जिम्मेदारी लेगा ?
क्या ईश्वर उदार है कि वह भी अतिरिक्त समय देगा ?
ना भाई ना उसके यहां कुछ भी देर नहीं होती है।
सब काम हर हाल में समय व निश्चित समय पर होते हैं ।
ईश्वर से साक्षातकार करने का एक चक्र और करीब आ गया है ।
और हम अभी पुराने मायाजाल में ही उलझे हुए है ।
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