माननीय स्वर्गीय अटल विहारी वाजपेयी
की प्रस्तुति
आपात्काल के सम्बन्ध में प्रस्तुत है-
अनुशासन के नाम पर अनुशासन का खून
भंग कर दिया संघ को कैसा चढ़ा जुनून
कैसा चढ़ा जुनून,मातृ-पूजा प्रतिबंधित
कुलटा करती केशव-कुल की कीर्ति कलंकित
कह कैदी कविराय, तोड़ कानूनी कारा
गूंजेगा भारत माता की जय का नारा।
No comments:
Post a Comment