भक्ति के नाम पर साध्वियों का शारीरिक शोषण :- बस्ती
का संतकुटीर आश्रम कुछ दिनों पहले सुर्खियों में आया था। जहां के बाबा स्वामी
सच्चिदानंद समेत 4 महंतों पर आश्रम की
साध्वियों के साथ सामूहिक
दुष्कर्म का आरोप लगाया था। आरोप लगाने वालों में दो साध्वियां छत्तीसगढ़
की रहने वाली हैं जबकि दो बस्ती की
हैं। साध्वियों का आरोप है
कि आश्रम के महंत स्वामी
सच्चिदानंद और उनके अनुयायियों
द्वारा सालों से उनके साथ
दुष्कर्म, मारपीट और शोषण किया
जाता था। दरअसल सदर कोतवाली इलाके के अमहट घाट
के पास बना संत कुटीर धाम आश्रम में भक्ति के नाम पर
साध्वियों के साथ शारीरिक
शोषण का मामला सामने
आया हैं। आश्रम में रह रही चार
साध्वियों ने आश्रम के
स्वामी सच्चिदानंद, परम चेतनान्न्द, विश्वासानन्द और ज्ञान बैराज्ञयानन्द
पर लड़कियों को बंधक बनाकर
सामूहिक दुष्कर्म व मारपीट का
आरोप लगाया था। पीड़ितों का कहना है
कि आश्रम में उन के साथ
दुष्कर्म किया जाता था। मना करने पर रस्सी से
बांधकर यातनाएं दी जाती थी.
मामला तब सामने आया
जब किसी तरह आश्रम से भागकार चारों
एसपी ऑफिस पहुंची और अपनी आपबीती
सुनायी थी। इस
मामले की गंभीरता को
देखते हुए एसपी संकल्प शर्मा ने मुकदमा दर्ज
कर जांच के आदेश दे
दिए हैं. इस बीच आश्रम
पहुंच कर कोतवाली पुलिस
ने मामले की जांच शुरू
कर दी है। मामले
में मुकदमा दर्जकर पीड़ित लड़कियों के मेडिकल का
आदेश एसपी ने दिया है।
कई प्रदेशों में आश्रम :- पीड़ित
लड़कियों ने बताया कि
कई प्रदेशों में आश्रम चलता है. जिनमें दिल्ली नरेला गोगा मोड़ संत लोक आश्रम, ब्रजघाट गढ़ मुक्तेश्वर आश्रम,
बिहार में काकोलत मार्ग पर संत कुटीर
आश्रम, बिहार के नवादा जिले
में ग्राम सूडी में संत कुटीर आश्रम, मुम्बई के किथौरी रोड
बिरार स्टेशन मोहक सीटीसी बिल्डिंग में भी आश्रम है।
इसके अलावा कई अन्य जगहों
पर भी बाबा का
आश्रम चल रहा है।
जिसमें प्रमिला बाई और कमला बाई
लड़कियों को बहला फुसला
कर शोषण के लिए पहुंचाती
हैं। जो लड़कियां मान
जाती हैं उनका शोषण किया जाता है। जो विरोध करती
हैं उनके साथ मारपीट कर जबरन दुष्कर्म
किया जाता है। पीड़ित लड़कियों ने पुलिस में
दिए शिकायती पत्र में बाबा पर गंभीर आरोप
लगाते हुए कहा कि बाब नाम
बदल कर अपराध करते
हैं। इनके खिलाफ बस्ती में दयानंद के नाम से
मुकदमा चल रहा है।
बाद में इन्होंने अपना नाम बदल कर सच्चिदानंद कर
लिया। आश्रम के संचालक धरम
राज चैधरी ने लड़कियों के
आरोप को निराधार बताते
हुए दावा किया कि धन की
हेराफेरी करने के कारण उन्हें
आश्रम से निकाल दिया
गया है।
अखाड़ा परिषद द्वारा निष्कासन :- संत राम रहीम के साथ ही
राधे मां को फर्जी बाबा
घोषित करने वाले अखिल भारतीय अखाडा परिषद् ने आज दूसरी
सूची जारी की है। इसमें
तीन बाबाओं को फर्जी घोषित
किया गया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने आज तीन
फर्जी बाबा का नाम घोषित
करते हुए इन बाबाओं का
सामाजिक बहिष्कार करने की अपील की
है। आज 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों की
इस बैठक में तीन बाबा को सर्वसम्मति से
फर्जी घोषित किया गया।अखिल भारतीय अखाडा परिषद ने दूसरी बार
फर्जी बाबाओं की लिस्ट जारी
करते हुए उनके सामाजिक बहिष्कार की अपील की।
कुल 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों की बैठक
में पारित सात प्रस्ताव में छठवां प्रस्ताव फर्जी संतों से संबंधित है।
इस सूची में दूसरा नाम दिल्ली के वीरेंद्र देव
दीक्षित का है जिन
पर अध्यात्मिक विश्वविद्यालय के नाम पर
महिलाओ के यौनशोषण का
आरोप लगा है। पहले नंबर पर बस्ती के
स्वामी सचिदानंद सरस्वती है और तीसरे
नंबर पर परी अखाड़े
इलाहाबाद की त्रिकाल भवंता।
अखाडा परिषद् के अध्यक्ष स्वामी
नरेंद्र गिरि का कहना है
कि मीडिया को भी ऐसे
बाबाओं का बहिष्कार करना
चाहिए।
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