Saturday, February 24, 2018

भारी वाहन ग्रामीण क्षेत्र के मार्गों से निकलने से दुर्घटना होने का खतरा डा. राधेश्याम द्विवेदी


बस्ती। जहां बस्ती में नेशनल हाइवे 28 पर फुटहिया के ओवर व्रिज पर रोज जाम का सामना करना पड़ता है वहीं यातायात की कुव्यवस्था से भी आये दिन जाम के साथ ही साथ दुर्घटनाओं से सामना करना पड़ता है। टोल टैक्स बचाने को भारी वाहन लेकर चालक ग्रामीण क्षेत्र के संपर्क मार्गों से निकल रहे हैं। बस्ती-फैजाबाद हाईवे पर बड़ेबन और चौकड़ी दो टोल प्लाजा हैं। इन बूथ पर स्थानीय पहचानपत्र के आधार पर टोल की छूट होती है परन्तु बाहर से आने वाले वाहन इन वैकल्पिक मार्गों का चयन कर यातायात व्यस्था के साथ मनमानी खिलवाड़ कर रहे हैं। इसके चलते चालकों को मंजिल तक पहुंचने के लिए दोनों स्थानों पर टोल टैक्स अदा करना होता है। ये वाहन टोल टैक्स बचाने के लिए संपर्क मार्गों का सहारा ले रहे हैं। किसी जमाने की रही तहसील कप्तानगंज की हालत सबसे खराब है। हाईवे के कारण कस्बे के बाजार की रौनक ही खत्म हो गयी है दूसरी सम्पर्क मागों तथा सड़क के किनारे लगने वाली साप्ताहिक बाजार के कारण भारी असुविधाओं का सामना करना पड़़ता है। यदि यही बाजार कमसे कम किसी अन्य जगह जैसे महराजगंज से कप्तानगंज वायरलेस चैराहे वाले या कप्तानगंज -नगर मार्ग पर स्थापित कर दिया जाय तो कप्तानगंज बाजार की व्यवस्था में सुधार हाने की संभावना है।भारी वाहन चालक लखनऊ जाने के लिए कप्तानगंज से भिउरा तिराहे होकर दुबौलिया राम जानकी मार्ग पकड़कर छावनी निकल जाते हैं और गोरखपुर जाने के लिए छावनी तिराहे से इसी मार्ग से मुड़कर दुबौलिया कप्तानगंज होकर बस्ती पहुंच जाते हैं। इसके अलावा कुछ अन्य मार्गों का भी सहारा लेते हैं। इससे अधिकतर वाहनों का चौकड़ी का टोल टैक्स बच जाता है। इससे हल्के वाहनों के लिए बनाई गई सड़कें टूट रही हैं। हादसे के भय के साथ साथ भारी वाहनों के चलने से जाम से लोगों को जूझना पड़ रहा है।
 
चौकड़ी के टोल मैनेजर बनडु हीरावले ने बताया कि संपर्क मार्गों से भारी वाहनों के संचालन पर रोक लगाने के लिए कई बार प्रशासनिक और पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन लगाम नहीं लगा। 
भारी वाहनों के संचालन से कप्तानगंज कस्बे में सोमवार और बृहस्पतिवार को दिन भर जाम लगता है।जबकि दुबौलिया, विशेषरगंज, अमोढ़ा, छावनी के रामजानकी मार्ग पर प्रतिदिन जाम लगने की समस्या बनी हुई है।कस्बे के लोगों के साथ साथ राहगीरों को घंटों जाम में फंसा रहना पड़ता है। इन थानों की पुलिस भी जाम हटवाने की जहमत नही उठाती है।  संग्रामपुर मार्ग से होकर वाहन बबुरहवा तक दिन भर चलती है। इससे हमेशा धूल उड़ती है और दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है।  महुघाट से विशेषरगंज मार्ग पर बेरोकटोक कई ट्रक एक साथ गुजरते हैं, इससे रात भर दुर्घटना का भय बना रहता है। भारी वाहनों के चलते सड़कें जर्जर हो रही हैं। 
कप्तानगंज कस्बे के पंडुल रोड से टोल टैक्स बचाने के चक्कर मे भारी वाहनों का काफिला एक साथ चलता है। जिससे प्रतिदिन जाम की समस्या बनी रहती है। सोमवार और बृहस्पतिवार को साप्ताहिक बाजार होने के कारण घंटों तक जाम लग जाता है।इससे स्कूली बच्चों और मरीजों को खास दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।  टोल टैक्स बचाने के लिये राम जानकी मार्ग के दुबौलिया कस्बे में अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है। ट्रकों की चपेट में आने से चार माह पहले दो सब्जी विक्रेताओं की मौत भी हो चुकी है। इसके बाद भी जिम्मेदारों की नींद नहीं टूटी है। चौकड़ी टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों में जीप कार 90 रुपये, पिकअप मिनी बस 140 रुपये, मिनी ट्रक बस 295 रुपये, बड़ी बस, हाई लोडर ट्रक 320 रुपये, ट्रेलर और बड़ी गाड़ियों का 455 रुपये, अत्यधिक बड़े वाहनों को 570 रुपये तक टोल भरना पड़ता है।

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