मनोरमा
नदी पार करने के लिए यहां लकड़ी का पुल हुआ करता था जो सूखे मौसम के दिनों में
स्थानीय सहयोग से हर साल बनाया जाता रहा । बरसात के दिनों में नाव के द्वारा इस
घाट को पार किया जाता था। 50 वर्ष से भटहा गांव के श्रीधर व श्यामराज के परिवार के लोग हर साल घाट पर
बांस का पुल बनाते थे । जिसकी बदौलत लोग नदी पार करते थे । बाढ़ आने पर यह अपनी नाव से लोगों को नदी पार कराते थे । इसके एवज में इन्हें हर सीजन में लोग झोला भर अनाज देते थे । यह परिवार यहां के लोगों की सेवा तीन पीढि़यों से करते थे । आवागमन की समस्या को दूर करने के लिए क्षेत्रीय
सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री श्री हरीश द्विवेदी तथा कप्तानगंज के विधायक
श्री चन्द्र प्रकाश शुक्ल जी के अथक प्रयास से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 9.3 करोड़ की लागत में पिपरौल घाट पर कंकरीट का
पक्का पुल स्वीकृत कराया गया है। जिसकी 30 मई 2018 बुधवार को आधारशिला
क्षेत्रीय विधायक सीए चंद्र प्रकाश शुक्ल ने भूमि पूजन के साथ किया गया था। उत्तर
प्रदेश सेतु निगम द्वारा 71 मीटर लंबा यह पुल वर्ष भर में
बनकर तैयार हुआ है। पुल बन जाने से भटहा, नारायणपुर, बसंतपुर, गौहनिया, नयकापार,
पदमापुर, सिकटा, मीतासोती,
हडहीं, बरहटा, मुड़ियारी ,
मरवटिया पाण्डेय, ऐंठी, मेढौआ,
पोखरा, अकेलवा, नेवादा,
गड़हा ओझा, हरिबंशपुर, अछतपुर
सहित अनेक गांव के लोग लाभांवित होंगे। इन गांवों की दूरी कप्तानगंज विकासखंड
मुख्यालय चिलमा बाजार तथा दुबौलिया बाजार
से बहुत कम हो गयीं। इस घाट को पक्का तथा नदी में सुगमता से उतरने लायक बनाया जाना
चाहिए। यहां पेड़
पौधों की अधिकता है। इसे विकसित कर पर्यटक स्थल के रुप में बनाया जा सकता है। वैसे
नदी के उस पार हनुमानजी का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यहां पुल के पास यदि मनोरमा देवी
का मंदिर बनवा दिया जाय तो बहुत ही आकर्षक हो जाएगा।
प्राचीन शिव मंदिर पर राम
कथा ज्ञान यज्ञ भंडारा तथा विशाल मेले का आयोजन
मनोरमा
के पास एक लम्बे आकार में सुरम्य वातावरण में एक प्राचीन शिव मंदिर बना है। इसमें
शिव परिवार के सभी सदस्यों की मूर्तियां स्थापित है। इसे बाबा राम गुलाम दास की कुटी
भी कहा जाता है ,जहां
बाबाजी की समाधि बनी हुई है। मंदिर में 3 कक्ष है एक गर्भगृह
तथा दो \अन्य हैं। यहां प्रतिवर्ष मकर संक्रांति के दिन बहुत
बड़ा मेला लगता है। जिसमें क्षेत्र के लोग भारी संख्या में भाग लेते हैं। इस अवसर
पर साप्ताहिक भागवत या राम कथा का आयोजन व भंडारा का भी आयोजन होता है। सामान्यतः
इसका प्रवन्धन ग्राम सभा या ग्राम पंचायत की तरफ से लोगों के सहयोग से किया जाता
है। 7 जनवरी से 14
जनवरी 2021 तक यहां अयोध्या जी से पधारे संत
शत्रुघ्न शरण दास जी के मुखारविन्द से साप्ताहिक राम कथा का आयोजन किया गया है। इस
अवसर पर एक मंला तथा भंडारे का आयोजन भी इसी ग्राम के निवासी राम नवल मिश्र जी के
प्रयास तथा हरीराम चैधरी आदि के सहयोग से किया गया है। क्षेत्रीय लोगों का भरपूर
सहयोग भी देखा गया है।
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