Monday, June 23, 2025

मेजर डा.अभिषेक द्विवेदी के 44वें जन्म दिन पर सस्नेह हार्दिक शुभकामनाएं और आशीर्वाद


तुम पास रहो या दूर रहो 
या अपने कामों में व्यस्त रहो।
हम मात पिता की यादों में 
हर पल तुम ही तुम रहते हो।।
तुम फूलो फलों खुश भी रहो 
मेरी चिन्ता कभी मत करना।
हम सूखे दरख़्त हैं इस युग के 
हमे उसकी मर्जी तक रहना।।
भवसागर पार करे या डुबो दे 
सब अच्छा ही अच्छा करता है।
अब उसका ही सहारा है सबको 
जो जिसको आए करता है।।
तेरी बाग रहे सदा हरी व भरी
तुम सबको छाया फल देते रहना।
जीवन जो कुछ भी मिला तुझे
उसको धन्यवाद देते रहना।।
उस कठिन समय में संघर्ष
कुछ कर्म विशेष करने रहना।
इस दुनिया में कुछ स्थाई नहीं
सत्कर्म में सदैव लगे रहना।।

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