अयोध्या।शरद पूर्णिमा के अवसर पर देश भर के सनातन मंदिरों में प्रभु के विग्रह के अनेक रास लीलाएं,पूजन और अर्चना के कार्यक्रम आयोजित हुए।इस अवसर राम नगरी अयोध्या के प्राचीन दन्त धावन कुंड में क्षीरशायी भगवान विष्णु कि अलौकिक झांकी का आयोजन किया गया । हजारो की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु भगवान विष्णु की झांकी का दर्शन कर में भाव विभोर हुए । राम नगरी अयोध्या में शरद पूर्णिमा के मौके पर यह आयोजन 124 वर्षों से होता चला आ रहा है। ऐतिहासिक दंतधावन कुण्ड में भगवान क्षीरशायी महाराज की सुन्दर एवं अलौकिक झांकी सजाई गई है तथा इस मौके पर खीर प्रसाद का भोग लगाकर श्रद्धालुओं में वितरित किया गया। यह पूरा आयोजन साकेत भूषण समाज की ओर परम्परागत रूप से सजाई जाती रही है। जिसमे शेषशैया पर देवी महालक्ष्मी के साथ विराजमान विष्णु शंख, गदा एवं चक्र के साथ शेषनाग पर विराज मान है रहते हैं। भगवान विष्णु की कमलनाभि के सृष्टि के रचयिता ब्रम्हदेव एवं नारदमुनि की सुन्दर झांकी सजाया गया था।
ब्रह्म मुहूर्त से ही अयोध्या के विभिन्न घाटों समेत फैजाबाद के गुप्तारघाट पर भक्तों ने डुबकी लगाई व मां सरयू का पूजन-अर्चन किया। इसके बाद विभिन्न मंदिरों रामलला, कनक भवन, हनुमानगढ़ी, नागेश्वरनाथ आदि में भी माथा टेका। हनुमानगढ़ी में दिन भर दर्शन-पूजन के लिए भक्तों की लंबी कतार लगी रही। शाम को आंजनेय सेवा संस्थान की ओर से मां सरयू की भव्य आरती हुई।
अयोध्या के हजारों मंदिरो में प्रभु के विग्रहों को बाहर श्वेत चांदनी में रख दिव्य छटा का रसपान कराया गया। अयोध्या में श्रद्धालुओं में विशेष उल्लास देखा गया।
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