आगरा ।14 अक्टूबर 2018 को आरती स्थल,यमुनाँचल,हाथीघाट, आगरा पर *गुरु वशिष्ठ मानव सर्वांगीण विकास सेवा समिति* के तत्वावधान में *यमुना शुद्धिकरण जनचेतना महाअभियान* के तहत संस्थाध्यक्ष एवं यमुना सत्याग्रही पं. अश्विनी कुमार मिश्रा जी के नेतृत्व में गंगा पुत्र सन्त स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद जी (प्रो. जी.डी. अग्रवाल जी) के गंगा जी की शुद्धि के लिए अनशन करते हुए 112वें दिन निधन हो जाने पर उनकी दिवंगत आत्मा की शांति के लिए एक शोक सभा आयोजित कर द्वीपदान कर अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई तदोपरांत माँ यमुना की महाआरती कर उनकी दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।
स्वामी जी से संस्था का सम्बन्ध उस समय हुआ था जब स्वामी जी ने 13 जून 2008 को मणि कणिका घाट, उत्तरकाशी उत्तराखंड में माँ गंगा की प्रदूषित होती वेदना को देखकर अनशन की शुरुआत की। पं. अश्विनी कुमार मिश्रा जी ने स्वामी जी से प्रेरित होकर उसी समय आगरा में हाथीघाट पर माँ यमुना के शुद्धिकरण हेतु सत्याग्रह आरम्भ किया जोकि 2100 दिनों तक चला। इन्हीं आन्दोलनों से प्रो. जी.डी. अग्रवाल जी *गंगा पुत्र* कहलाए एवं पं. अश्विनी कुमार मिश्रा जी *यमुना के लाल* बनकर यमुना की शुद्धि हेतु सदैव प्रयासरत रहते हैं। इन दोनों महापुरुषों को एक कड़ी में जोड़ने का कार्य श्री राजेन्द्र सिंह जी (जल पुरुष) ने किया।
पं. अश्विनी कुमार मिश्रा जी ने कहा कि स्वामी सानंद जी का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा उनके इस आंदोलन को हम अपनी संस्था के सदस्यों के साथ तब तक चलाते रहेंगे जब तक स्वामी सानंद जी का सपना साकार नहीं हो जाता इसके लिए हम सदैव प्रयासरत रहेगें चाहे सरकार किसी की भी हो। स्वामी जी के द्वारा गंगा, यमुना एवं अन्य नदियों को शुद्ध एवं निर्मल बनाने के लिए जो अलख जगाई है उसे हम पूरा करने के लिए सदैव संघर्ष करने रहेगें स्वामी सानंद जी भले ही हमारे बीच नहीं रहे लेकिन उनका जनकल्याणकारी आन्दोलन सदैव रहेगा स्वामी सानंद जी मोक्ष को प्राप्त कर अमर हुए हैं वह अपने आन्दोलन के साथ सदैव हमारे साथ रहेगें हम उनके बलिदान को जाया नहीं होने देंगे।
आज इस शोक सभा में स्वामी जी की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए निम्नलिखित सदस्यों ने उपस्थित होकर प्रार्थना की.सर्वश्री डॉ. धीरज मोहन सिंघल, सुधीर पचौरी, पं. राजेश कुमार शुक्ला, राजीव खण्डेलवाल, मोहन कुमार, प्रदीप पाठक,एड. राघवेन्द्र सिंघल, मोहन कुमार, धर्मेंद्र वर्मा, हरिशंकर पाण्डेय, शिवनाथ शास्त्री, मानबहादुर सिंह, ममता, ऊषा, मीरा देवी, दुर्गा इत्यादि
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