Sunday, May 7, 2017

मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा यमुना नदी का निरीक्षण डा. राधेश्याम द्विवेदी


आगरा। यमुना सत्याग्रही पं. अश्विनीकुमार मिश्रा के निर्देशन तथा गुरू वशिष्ठ मानव सेवा समिति के बैनर तले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदरणीय योगी आदित्यनाथ जी के आगरा नगर के प्रथम आगमन के अवसर पर उनका नागरिक अभिनंदन करने तथा यहां के नदी व पर्यावरण से अवगत कराने की योजना थी। मां यमुना पर समाज तथा सरकार द्वारा किये जा रहे विभिन्न प्रकार के केमिकल तथा एसिड अटैक की वेदना तथा यमुना की बदहाली दिखाने के लिए हाथीघाट आगरा पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। माननीय मुख्यमंत्री जी को व्यक्तिगत रुप से इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए फैक्स तथा ईमेल किया जा चुका और उसकी प्रति जिलाधिकारी आगरा को सूचनार्थ प्रदान कर दी गयी थी। इससे पहले लखनऊ में योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के ड्रीम प्रॉजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट का निरीक्षण किया था। वहां अनेक अनियमिततायें देखने पर जांच करवाने तथा गोमती रिवर को सुघारने की योजना बनाने का निर्देश दे चुके है। लखनऊ की तरह आगरा में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी के प्रथम आगमन पर आज बहुत ही व्यस्त कार्यक्रम रहा। उन्होने ताजमहल से लगभग डेढ़ किमी आगे नगला पैमा में यमुना पर रबर डैम स्थल का भी निरीक्षण किया है। लगभग 281 करोड़ रुपये की लागत से 386 मीटर लंबा रबर का डैम बनाया जाना है। योजना के मुताबिक, नदी में एक प्लेट फॉर्म का निर्माण किया जाएगा। इस पर छह गेट बनाए जाएंगे। इन पर बड़े-बड़े बलून रखे जाएंगे। इनकी मदद से यमुना में दो मीटर तक पानी को रोका जा सकेगा। इससे ताजमहल के साये में काफी मात्रा में पानी एकत्रित रह सकेगा। इस रबर डैम के लिए कोरिया की तकनीक अपनाई जाएगी। वहीं, इसके निर्माण सामग्री को आयात किया जाएगा।
अपने व्यस्त कार्यक्रम में योगी जी हाथी घाट तो नहीं आ सके किन्तु गुरू वशिष्ठ मानव सेवा समिति के माध्यम से उठाये जाने वाले यमुना शुद्धीकरण तथा निर्मल प्रवाह कार्यक्रम को भी उन्होने अपने कार्यक्रम में रखा था। ताज कोरिडोर का भी योगी जी ने जन प्रतिनिधियों के साथ निरीक्षण किया है। इस अवसर पर जिला प्रशासन तथा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी निरीक्षण स्थल पर मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्रज के दौरे में यमुना की हालत देखी तो बहुत ज्यादा नाराज हो गए और कहा कि पवित्र नदी को नाले में बदल दिया गया है। यमुना एक्शन प्लान को लेकर अधिकारियों की जमकर क्लास ली।मुख्यमंत्री ने हेरिटेज कॉरीडोर स्थल और यमुना का निरीक्षण किया। वहां नदी में पानी नहीं था। बाद में उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मैंने यमुना को देखा पर वहां नदी नहीं केवल नाला बह रहा है। इसके बाद प्रशासनिक बैठक में उन्होंने यमुना एक्शन प्लान को लेकर जल निगम अधिकारियों को जमकर लताड़ा। ताज कॉरिडोर स्थल पर सुंदरीकरण की जानकारी ली, इसकी वजह से पहले मायावती की कुर्सी जा चुकी है। मुख्य मंत्री जी ने यमुना शुद्धीकरण तथा नालों के टेप करने से सम्बन्धित प्रस्ताव आगरा प्रशासन से मांगा है। एक अनुमान के अनुसार यह प्रस्ताव लगभग 300 करोड़ रुपये का बन सकता है।
इधर माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा समय ना निकाल सकने के बावजूद गुरू वशिष्ठ मानव सेवा समिति के यमुना तथा पर्यावरण प्रमियों ने मुख्यमंत्री द्वारा यमुना नदी के निरीक्षण पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा उनके लम्बे जीवन की कामना व्यक्त की। साथ ही माननीय योगी जी के चित्र के सामने समिति के सदस्य अपनी वेदना तथा संकल्पना व्यक्त की। जिस प्रकार से गुरु द्रोणाचार्य की प्रतिमा का आश्रय लेकर एकलब्य ने धनुर्विद्या सीखी थी। ठीक उसी प्रकार से यमुना पे्रमी अपने प्रदेश के मुखिया व संरक्षक माननीय मुख्यमंत्री जी के चित्र के समक्ष अपनी वेदना व संकल्पना व्यक्त की। 

सभी मंचस्थ लोगों को माला तथा अंग बस़्त्र पहनाकर सम्मानित किया गया। सभी लोगों ने माननीय मुख्यमंत्री जी के चित्र के समक्ष एक समूह चित्र भी खिचवाया। जो माननीय मुख्य मंत्री जी को लखनऊ में भेट किया जाएगा। इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता श्री मुरारी लाल मित्तल फतेहपुरिया अजय त्यागी दीपक खरे भी उपस्थित थे।
वरिष्ठ भाजपा नेता श्री मुरारी लाल मित्तल फतेहपुरिया ने बताया कि माननीय मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा के जिला अधिकारी से कहा है कि यमुना को स्वच्छ बनाने के लिए जितना भी धन की आवश्यकता हो प्रदेश सरकार उसे पूरा करेगी। हर हाल में यमुना स्वच्छ होनी चाहिए। श्री मुरारी लाल मित्तल फतेहपुरिया ने बताया कि वह जल्दी ही माननीय मुख्य मंत्री जी को हाथी घाट लिवा जायेंगे। इस घाट के सौन्दर्यीकरण का काम पूरा कराया जाएगा।
यह समिति विगत दो दशकों से यमुना शुद्धीकरण तथा निर्मल प्रवाह के लिए समर्पित है। बलकेश्वर घाट का जीर्णोद्धार भी पहले कराया जा चुका है। आगरा की सत्तर प्रतिशत जनता मां यमुना की इस वेदना के प्रति संवेदनशील है। समिति पा्रकृतिक जल स्वच्छता, हरियाली, विसर्जन, मां यमुना की अविरलता, निर्मलता, शुद्धता के साथ प्राचीन जलश्रोतों, सहायक नदियों, तालाब, झील, कुंआ, बरसाती नाले आदि को पुनः जीवित करने के लिए प्रयासरत है। समिति नदी क्षेत्र को अतिक्रमण से मुक्त तथा हरियाली हेतु सघन वृथारोपण की हिमायती है। साथ ही यह यमुना तट के सभी घाटों व पार्को के सौन्दर्यीकरण के लिए भी प्रयासरत है। आज के कार्यक्रम के चित्र के साथ समिति माननीय मुख्यमंत्री से समय लेकर उन से मिलने की तथा आगे योजना को गति देने का कार्यक्रम भी बनाना चाहती है। 
माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में प्रदेश का विगत दशको से सुसुप्त प्रशासन में नयी जान आ गयी है। इसी प्रत्याशा में आगरा वासी माननीय मुख्यमंत्री जी से वहुत आशा लगाकर बैठे हैं। जो यमुना मां के उद्धार के लिए कुछ ना कुछ कार्यवाही अवश्य करेंगे। मां यमुना पर एसिड प्रहार, मलमूत्र, सीवर तथा नालों का बहाव सीधा प्रवाहित,कर तथा सभी प्रकार के कूड़े करकट डालकर मां यमुना के अस्तित्व के लिए संकट उत्पन्न हो गया है। इससे ना केवल जन मानस जीव जन्तु बल्कि ताज महल जैसे एतिहासिक स्मारक भी बुरी तरह से कीड़ों के प्रभाव में आकर क्षरण की तरफ बढ़ रहे हैं। यदि यमुना में पर्याप्त स्वच्छ तथा निरन्तर जल प्रवाहित होता रहे तो काफी हद तक समस्या से निजात मिलने की संभावना होगी। इस आयोजन में पं अश्वनी मिश्रा,  राजीव खण्डेलवाल, धीरज मोहन सिंघल, सुधीर पचैरी, राम भरत उपाध्याय, डा. राधेश्याम द्विवेदी, राजेश कुमार शुक्ला, धीरज मोहन सिंघल , जीवन साहू ,दिलीप पाठक, अजय अवस्थी तथा अनिल अग्रवाल आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के अन्त में जल सत्याग्रही पं. अश्विनी कुमार मिश्र ने भाजपा के वरिष्ठ जन प्रतिनिधि तथा अन्य आगन्तुकों के प्रति आभार व्यक्त किया। सभा का संचालन मुकेश शर्मा एडवोकेट ने किया। 


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