कप्तानगंज बस्ती। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज में हो रही सरकारी निशुल्क जांचों में भारी अनियमितता का मामला प्रकाश में आया है स्वस्थ मरीजों की जांच में भी जो रिपोर्ट आ रही है उसे देखकर यहां तैनात चिकित्सक भी हतप्रभ है जिसके चलते मरीज आर्थिक ,मानसिक व शारीरिक रुप से परेशान हो रहे हैं और सांसंत झेलने पर विवश है। मिली जानकारी के अनुसार अन्य सरकारी अस्पतालों की तरह यहां भी नेशनल हेल्थ मिशन योजना के तहत सरकारी तौर पर हो रही निशुल्क जांच की जिम्मेदारी एनजीओ को सौपी गई है यहां आने वाले मरीज नियमानुसार चिकित्सक से परामर्श लेने के बाद उनके द्वारा लिखी गई जांचे यहां पैथालॉजी में कराते हैं परंतु अब जांचों में भारी अनियमितता सामने आने लगी है जिसके तहत स्वस्थ मरीजों की सामान्य जांचों को भी इस हद तक गलत रिपोर्ट दर्शा दिया जाता है कि चिकित्सक से लेकर मरीज तक परेशान हो उठते हैं।
ऐसा ही एक मामला स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम मरवटिया पांडे निवासी 20 वर्षीय प्रमोद कुमार पांडे के साथ भी हुआ पिछले कुछ दिनों से उन्हें बुखार था जिस के क्रम में वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज पर परामर्श हेतु आए थे। 1 मई को पंजीकरण संख्या 12156 पर उन्हें डॉक्टर विनोद कुमार ने उनके स्वास्थ्य की जांच की तत्पश्चात आवश्यक जांचें भी लिखी थी नियमानुसार प्रमोद कुमार ने अस्पताल में स्थित पैथोलॉजी केंद्र पर जांच हेतु ब्लड सैंपल दे दिया ।जब जांचों की रिपोर्ट आई तो उसके अनुसार उनका हीमोग्लोबिन 5.7 % प्लेटलेट्स काउंट 120000 तथा पीसीबी 17 .8 %के साथ तमाम जांचों में भी काफी खराब स्थिति दर्शाई गई थी जांच लेकर जब वह चिकित्सक विनोद कुमार के पास पहुंचे तो जांच रिपोर्ट देखकर डॉ हैरान रह गए साथ ही प्रमोद कुमार भी बुरी तरह परेशान हो गए हालात के मद्देनजर डॉक्टर विनोद कुमार ने फिर से प्रमोद कुमार को बाहर से प्राइवेट तौर पर संबंधित जांच कराने का अनुरोध किया ।जिसके बाद उन्होंने कस्बे के एक निजी पैथोलॉजी श्री पैथोलॉजी के यहां से जांच कराई जिसमें हीमोग्लोबिन का स्तर 12.8 % पलेटलेट्स काउंट 248000 तथा पी सी वी 37.9% के साथ साथ अन्य संबंधित जांचों में भी उनके स्वास्थ्य को बेहतर दर्शाया गया था ।बाहर से जांच करवाने में प्रमोद कुमार का ₹150 खर्च हो गया।जिसकी आवश्यकता उन्हें शायद अब नही थी।क्योंकि अब तक वे सामान्य रूपसे ही ठीक ही चुके थे।यदि अस्पताल की जांचों ने उनके स्वस्थ को संदिग्ध न किया होता।
यहां बता दें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज से प्रमोद कुमार द्वारा सरकारी तौर पर की गई निशुल्क जांच की रिपोर्ट कृष्णा डायग्नोसिस जो नेशनल हेल्थ मिशन यूपी के तहत है के द्वारा दी गई थी जिस पर डॉक्टर अमित गोयल पैथालॉजीस्ट का नाम दर्शित था ।जाहिर है ,कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज पर आने वाले मरीजों के स्वास्थ्य को लेकर की जाने वाली जांच में भारी अनियमितता बरती जा रही है जिसके कारण स्वस्थ लोगों के स्वास्थ्य को लेकर भी स्थिति खराब दर्शित करते हुए उन्हें परेशानी में डाल दिया जा रहा है जिसके चलते उनकी आर्थिक व शारीरिक मानसिक परेशानी बढ़ जा रही है।और उन्हें अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यहां बता दें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज से प्रमोद कुमार द्वारा सरकारी तौर पर की गई निशुल्क जांच की रिपोर्ट कृष्णा डायग्नोसिस जो नेशनल हेल्थ मिशन यूपी के तहत है के द्वारा दी गई थी जिस पर डॉक्टर अमित गोयल पैथालॉजीस्ट का नाम दर्शित था ।जाहिर है ,कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज पर आने वाले मरीजों के स्वास्थ्य को लेकर की जाने वाली जांच में भारी अनियमितता बरती जा रही है जिसके कारण स्वस्थ लोगों के स्वास्थ्य को लेकर भी स्थिति खराब दर्शित करते हुए उन्हें परेशानी में डाल दिया जा रहा है जिसके चलते उनकी आर्थिक व शारीरिक मानसिक परेशानी बढ़ जा रही है।और उन्हें अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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