76वें
जयन्ती के अवसर पर सादर नमन एवं भावांजलि
केदार
आश्रम श्री अयोध्याजी के पावन धाम से
डा. मुनि लाल उपाध्याय 'सरस'
पुलू-लुलू (बाल कविता)
डा. मुनि लाल उपाध्याय 'सरस'
(जन्म
: 10अप्रैल,1942, बस्ती . लगभग 4 दर्जन पुस्तकें प्रकाशित. 'बाल त्रिशूल'
विधा का प्रवर्तन किया. बाल पत्रिका 'बालसेतु' का संपादन-प्रकाशन किया .वे बाल साहित्यकारों
के लिए भी एक सेतु जैसे थे . अपने खर्चे पर बस्ती में बाल साहित्यकार सम्मलेन
किया करते थे.बहुत मिलनसार और सह्रदय इंसान थे. 70 वर्षीया
डा. सरस की मृत्यु 30 मार्च 2012 को लखनऊ के बलरामपुर जिला चिकित्सालय में हुई थी।
उनकी मृत्यु से शिक्षा तथा साहित्य जगत में एक बहुत ही अपूर्णनीय क्षति हुई थी। मैं
उनके प्रखर व्यक्तित्व का श्रद्धा के साथ स्मरण करता हॅू और उनके द्वारा दिखाये गये
मार्ग पर चलने का संकल्प लेता हू।)
पुलू-लुलू.
मत कर
मत कर
छुलू-लुलू.
मम्मी ने
क्या
पीट दिया
है ?
मत कर आंसू
ढुलू-ढुलू.
छोटा मुन्ना
पुलू-लुलू.
मत
कर मत कर
छुलू-लुलू.
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