सामान्य परिचय :-
बस्ती संसदीय तथा विधान सभाई क्षेत्रों में सबसे अधिक अनुभवी चौधरी श्री राम प्रसाद जी हैं। श्री राम प्रसाद चौधरी एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं । वह अनेक बार सांसद ,विधायक तथा मंत्री रह चुके हैं । उन्होने जनता पार्टी,भाजपा, सपा तथा बसपा में रहकर जनता का प्रतिनिधित्व किया है। लगभग 25 साल से वे राजनीतिक क्षितिज पर अपना स्थान बनाये हुए और भारत में उत्तर प्रदेश की 9 वीं लोकसभा , 12 वीं , 13 वीं , 14 वीं , 15 वीं और 16 वीं विधान सभा के सदस्य रहे हैं। वे उत्तर प्रदेश के खलीलाबाद लोक सभा तथा कप्तानगंज विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है ,जहां इस समय उनका बेटा श्री कविंद्र अतुल चौधरी सबसे कम उम्र का विधायक प्रतिनिधित्व कर रहा है।
61 बस्ती ससदीय सीट 2024 का चुनाव:-
वह अभी हाल ही में सम्पन्न 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के बस्ती क्षेत्र से विजय हासिल की है।तीसरी बार लगातार ताल ठोंकने वाले पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी ने अपनी चौधराहट कायम कर ली। एक जुट हुए चौधरियों को यादव और मुस्लिम के गठजोड़ ने सभी विकास के दावे, राम मंदिर मुद्दा और मोदी मैजिक को बेअसर कर दिया। आरक्षण और संविधान बचाओ मुद्दे को लेकर ईडी गठबंधन ने जिस तरीके से दलित और पिछड़े मतदाताओं को सहेजने का कार्य किया, उसके बदले भाजपा प्रत्याशी और उनके कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर उन मतदाताओं को समझाने में सफल नहीं हो पाए। और यही कारण रहा कि बसपा का एक बड़ा वोट बैंक सपा की तरफ शिफ्ट हो गया। नतीजा यह हुआ कि ईडी गठबंधन गठजोड़ और बसपा का शिफ्ट हुआ वोट भाजपा की नीतियों पर भारी पड़ा और पूर्वांचल की बड़ी सीट बस्ती में पहली बार लोक सभा चुनाव में साइकिल को जीत मिली।
बस्ती ससदीय सीट के चुनाव में मतों का विवरण:-
कुल पड़े मत - 1083731
भाजपा- हरीश द्विवेदी - 426011
सपा- राम प्रसाद चौधरी- 527005
बसपा -लवकुश पटेल- 103301
लोग पार्टी- पंकज दुबे-4727
मौलिक अधिकार पार्टी-प्रेम कुमार-3611
भारत महा परिवार पार्टी-शैलेन्द्र कुमार-2364
आल इंडिया फारवर्ड ब्लाक-हाफिज अली-2989
निर्दल-प्रमोद कुमार-2556
निर्दल-राम करन गौतम-2645
कुल रिजेक्ट मत-861
नोटा-7761
सपा-100994 मतों के अन्तर से जीत दर्ज की है।
चौधरी राम प्रसाद का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा :-
चौधरी श्री राम प्रसाद जी का जन्म बस्ती जिले में हुआ था। उन्होंने सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में इंटर मीडिएट और डिप्लोमा प्राप्त किया। इसी दौरान उनकी शादी कपूरा देवी के साथ हुई और उन्हें एक बेटा और दो बेटियां हुईं. श्री रामप्रसाद चौधरी के भतीजे अरविंद कुमार चौधरी बसपा में रहे हैं और साल 2009 से 2014 तक बसपा के ही टिकट पर बस्ती लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे।
रामप्रसाद चौधरी का चुनावी सफर :-
श्री रामप्रसाद चौधरी अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत 9वीं लोकसभा में संत कबीर नगर जिले के खलीलाबाद सीट से की।1989 से 1991 तक 9वीं लोक सभा वह इस सीट से जनता पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरे और जीत कर संसद पहुंचे थे। इसके बाद वह उत्तर प्रदेश में बस्ती सदर विधानसभा सीट से लड़ने लगे। 1993 के बाद वह 2017 तक बस्ती जिले के कप्तानगंज (विधानसभा क्षेत्र) के लगातार पांच बार विधायक रहे। 1993 से 1995 तक , 12वीं विधान सभा सपा के सदस्य रहे। 1996 से 2002 तक वह 13वीं विधान सभा, बहुजन समाज पार्टी के सदस्य रहे।विधायक बनने के बाद 1997 में वह मायावती सरकार में राज्य मंत्री बने थे। उसी साल कल्याण सिंह की सरकार में वह कपड़ा और रेशम उद्योग मंत्री बने। 2002 से 2007 तक वह 14वीं विधान सभा में वह भाजपा के सदस्य रहे। 2007 से 2012 तक वह 15वीं विधान सभा में बहुजन समाज पार्टी से विधायक रहे। 2012 से 2017 तक वह 16वीं उत्तर प्रदेश विधान सभा में बहुजन समाज पार्टी के सदस्य रहे।
वे कप्तानगंज विधान सभा से लगातार 5 बार विधायक रहे,खलीलाबाद लोक सभा क्षेत्र से एक बार सांसद भी चुने गये।मायावती सरकार में खाद्य रसद एवं पंचायती राज विभाग के मंत्री भी रह चुके हैं। वह समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता माने जाते हैं। वह उत्तर प्रदेश की सोलहवीं विधानसभा सभा में विधायक रहे। 2012 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने उत्तर प्रदेश की कप्तानगंज विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीता था। उत्तर प्रदेश 2017 की सत्रहवीं विधान सभा में वह भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार चंद्र प्रकाश शुक्ला से 6,827 मतों के अंतर से हार गए। इसके बाद साल 2019 के लोकसभा चुनावों में वह सपा और बसपा गठबंधन के उम्मीदवार थे, लेकिन उन्हें बीजेपी के हरीश द्विवेदी ने हरा दिया था। नवंबर 2019 में बसपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके बाद वह सपा में शामिल हो गए थे।
चल और अचल संपत्ति:-
लोक सभा के बसपा उम्मीदवार और पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी करोड़पति हैं। उनकी चल-अचल संपत्ति करोडो़ से ऊपर है। उनके पास सबसे अधिक गाड़ियां भी हैं। अब तक जिन प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है, उनमें गाड़ियों के मामले में रामप्रसाद चौधरी सबसे अमीर हैं। उनकी ओर से दाखिल शपथ पत्र के मुताबिक रामप्रसाद चौधरी के खुद के नाम से एक फोर्ड इंडीवर 17 लाख रुपये मूल्य की है। वहीं उनकी पत्नी के नाम से दो ट्रैक्टर, एक डंपर, पांच ट्रक और एक जेसीबी मशीन है। सपा प्रत्याशी बीजेपी और बसपा प्रत्याशी से ज्यादा अमीर हैं. नामांकन के दौरान दिए गए शपथ पत्र में उन्होंने बताया कि है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में 6 लाख 18 हजार 740 रुपए आय दर्शाया है. वहीं पत्नी कपुरा चौधरी की आय 4 लाख 23 सौ 30 रुपए घोषित की गई है.
फ्लोर मिल के मालिक हैं सपा सांसद:-
राम प्रसाद चौधरी, चौधरी फ्लोर मिल के मालिक हैं, जिसकी कुल कीमत 39 लाख 30 हजार रुपए बताई गई है. इतना ही नहीं इनके पास दो सोने की अंगूठी और एक चेन है, जिसकी कीमत 2 लाख 80 हजार रुपए है. तो वहीं पत्नी कपुरा के पास 23 लाख 52 हजार रुपए के सोने के विभिन्न और 61 हजार 320 रुपए के चांदी के जेवर हैं. इनके पास एक रिवाल्वर है, जिसकी कीमत 25 हजार रुपए और रायफल जिसकी कीमत एक लाख 50 हजार रुपए दिखाई गई है. वहीं पत्नी के पास भी एक रिवाल्वर और एक राइफल है.
शपथ पत्र में दिया संपत्ति का ब्योरा
पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी का लखनऊ के इंदिरा नगर में 446.74 वर्ग मीटर में खुद का मकान है. तो वहीं संत कबीर नगर के जिगिना में कप्तानगंज जसईपुर नवाई और चिलमा में भी खुद का मकान है. इतना ही नहीं कई जगह इनकी जमीनें भी हैं. राम प्रसाद चौधरी की आय स्रोत पेंशन और ब्याज हैं. इसके अलावा वो खेती करते हैं और डेयरी फार्म भी संचालित करते हैं. इनके पत्नी के पास भी डेयरी है. शपथ पत्र के अनुसार राम प्रसाद चौधरी के ऊपर तीन आपराधिक मुकदमे भी दर्ज हैं. एक मामले में इन्हें दोषी भी ठहराया गया है.
आपराधिक मामलों का विवरण
1आपराधिक धमकी के लिए सजा से संबंधित आरोप (आईपीसी धारा-506)
2लोक सेवक द्वारा विधिवत प्रख्यापित आदेश की अवज्ञा से संबंधित आरोप (आईपीसी धारा-188)
2गैरकानूनी सभा का सदस्य होने के लिए दंड से संबंधित आरोप (आईपीसी धारा-143)
1दंगा फैलाने की सज़ा से संबंधित आरोप (आईपीसी धारा-147)
1दंगा-फसाद, घातक हथियार से लैस होने से संबंधित आरोप (आईपीसी धारा-148)
1गैरकानूनी सभा के प्रत्येक सदस्य द्वारा सामान्य उद्देश्य के अभियोजन में किए गए अपराध का दोषी होने से संबंधित आरोप (आईपीसी धारा-149)
1लोक सेवक को उसके कर्तव्य निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग करने से संबंधित आरोप (आईपीसी धारा-353)
1शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करने से संबंधित आरोप (आईपीसी धारा-504)
कुर्मी क्षत्रिय जाति के पूर्वांचल के कद्दावर नेता:-
2020 से वर्तमान तक वह सपा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में जाति का बड़ा खेला हुआ। पीडीए का फॉर्मूला लाकर सपा जातीय समीकरण समझने और साधने में सफल रही। नतीजा यह रहा कि उसने यूपी में अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की। उत्तर प्रदेश कुर्मी समाज से 11 राजनेता और राजनेत्री संसद में पहुंच गई है! कुर्मी समाज से उत्तर प्रदेश से नवनिर्वाचित सांसद इस प्रकार हैं -
1- श्रीमती अनुप्रिया पटेल - मिर्जापुर (अपना दल एस)
2- श्री नरेश उत्तम पटेल -फतेहपुर (सपा)
3- श्री शिवपाल सिंह पटेल -प्रतापगढ़ (सपा)
4- श्रीमती कृष्णा पटेल -बांदा (सपा)
5- श्री प्रवीण सिंह पटेल -फूलपुर (भाजपा)
6- श्री पंकज चौधरी -महाराजगंज (भाजपा)
7- श्री रामप्रसाद चौधरी -बस्ती (सपा)
8- श्री लालजी वर्मा -अम्बेडकरनगर (सपा)
9- श्री रामशिरोमणि वर्मा -श्रावस्ती (सपा)
10- श्री उत्कर्ष वर्मा -खीरी (सपा)
11- श्री क्षत्रपाल गंगवार -बरेली (भाजपा)
अन्तर राष्ट्रीय कुर्मी क्षत्रिय समाज बस्ती ने माननीय पूर्व मंत्री श्री राम प्रसाद चौधरी जी को बस्ती लोक सभा चुनाव में जीतने के लिए बधाई दी है। श्री राम प्रसाद चौधरी ने 61वी लोक सभा बस्ती की सीट समाजवादी पार्टी से पीडीए का फॉर्मूला लाकर धन बल और युक्ति से हासिल की है।
समर्थकों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन :-
सांसद बनने के दूसरे दिन बुधवार को राम प्रसाद चौधरी का आवास और हाता समर्थकों, कार्यकर्ताओं से गुलजार हो उठा। चुनाव के दौरान चोरी-छिपे मदद पहुंचाने वाले लोग भी खुशी का इजहार करने के लिए पर्दे से बाहर आ गए। जीत की बधाई देने का सिलसिला थमने का नाम नहीं लिया। समर्थकों का जोश देखते बन रहा था। मौका मिला तो लोग नेताजी कहकर चुनाव में अपनी भूमिका उकेरने से भी नहीं चूके। प्रसन्न मुद्रा में रामप्रसाद भी दिनभर सभी से अभिवादन लेने और देने में व्यस्त रहे।
सुबह हाेते ही गांधीनगर मार्ग स्थित चौधरी हाता में कार्यकर्ताओं और समर्थकों की हलचल शुरू हो गई। सुबह नौ बजते-बजते अपनों से उनका हाता भर गया। राम प्रसाद भी बिना देर किए आवास से बाहर आकर समर्थकों के साथ बैठ गए। फिर शुरू हुआ एक-दूसरे को बधाई देने का सिलसिला। अपने नए सांसद को लोग कभी माला पहना रहे थे तो कुछ मिठाई लेकर पहुंचे। उनके कार्यालय में माला-मिठाई की ढेर लगी रही। राम प्रसाद भी उनके करीब तक पहुंचने वाले एक-एक कार्यकर्ता से भरे उत्साह से मिल रहे थे। किसी का मुंह मीठा कराकर तो किसी को माला पहनाकर उन्होंने उत्साहवर्धन किया।
हम माननीय चौधरी साहब के स्वस्थ जीवन और उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं और आशा करते हैं की केन्द्र सरकार और भारत सरकार की पूर्व प्रचलित योजनाओं और समाजवादी पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र के बिंदुओं को बेहतर ढंग से क्रियान्वित करते हुए बस्ती जिले को उत्तरोत्तर विकास कराते रहेंगे।
आचार्य डा राधे श्याम द्विवेदी
लेखक परिचय:-
(लेखक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, आगरा मंडल ,आगरा में सहायक पुस्तकालय एवं सूचनाधिकारी पद से सेवामुक्त हुए हैं। वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश के बस्ती नगर में निवास करते हुए समसामयिक विषयों,साहित्य, इतिहास, पुरातत्व, संस्कृति और अध्यात्म पर अपना विचार व्यक्त करते रहते हैं।)
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