Thursday, October 5, 2023

वीवीआईपी आगमन से क्या शहर की स्वच्छता स्वास्थ्य और यातायात की समस्याओं का निदान हुआ है ?

वीवीआईपी आगमन से क्या शहर की स्वच्छता स्वास्थ्य और यातायात की समस्याओं का निदान हुआ है ?
डा. राधे श्याम द्विवेदी 
बस्ती।  बस्ती में  विगत 4 सितम्बर को उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदी बेन पटेल का एक दिवसीय कार्यक्रम
आयोजित हुआ था। पुलिस लाइन  सर्किट हाउस सिविल लाइन सोनूपार रोड का कायाकल्प बहुत दिनों के बाद देखने को मिला। वीवीआईपी विजिट में महामहिम को जितना जिले का अवलोकन करवाया गया उससे ज्यादा शहर के हालातों से रूबरू होने से रोका भी गया ,क्योंकि ये शहर इस काबिल नही था की इसकी हालात महामहिम देखकर प्रशासनिक अमला को बक्सतीं। 
       ठीक एक माह के अंतराल में 4 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्य मंत्री का कार्यक्रम लग गया .वी वी आई पी विजिट महामहिम राज्यपाल और सीएम योगी के दौरे को लेकर प्रशासन सतर्क रहा।
       मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे को सफल बनाने की जिम्मेदारी का बंटवारा जिलाधिकारी ने कर अनेक सकारत्मक प्रयास किए गए। कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक कर उन्होंने साफ-सफाई, रास्तों का मरम्मत कराने के लिए पीडब्ल्यूडी और नगरपालिका अधिकारियों को निर्देशित किया. जिलाधिकारी ने पुलिस विभाग को सुरक्षा और ट्रैफिक नियंत्रण का दायित्व सौंपा. उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि छुट्टा पशुओं को गौशालाओं में रखवायें. मुख्यमंत्री बैठक के बाद सर्किट हाउस, महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था. कॉलेज का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री स्टेशन रोड स्थित आर्य समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए.
            आर्य समाज के प्रधान ओम प्रकाश आर्य ने बताया कि बुधवार 4 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 4 दिवसीय स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होने आ रहे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम का उद्घाटन कर
वैदिक धर्म पर प्रकाश डाला. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में रचितांजली नामक पुस्तक का विमोचन भी शामिल रहा है.  ओम प्रकाश आर्य ने बताया कि चार दिवसीय कार्यक्रम का समापन 7 अक्टूबर शनिवार को होगा . उन्होंने बताया कि आर्य समाज ने हमेशा से समाज को जागृत किया है. आजादी की लड़ाई या सनातन की रक्षा में आर्य समाज की अहम भूमिका रही है. आर्य समाज की प्रेरणा से 7 लाख 85 क्रांतिकारियों ने बलिदान दिया.  वेद को घर घर तक पहुंचाना है. वेद में हर समस्या का समाधान है. इसलिए वेदों की ओर लौटना होगा. वेद के बिना हिन्दू का घर नहीं. इसलिए भारत को पहले आर्यवर्त कहा गया. हमें आज एकजुट होकर देश की प्रगति के बारे में सोचना चाहिए. आज देश विश्व गुरु बनने की राह पर अग्रसर है. 
वीवीआईपी आगमन के रूट डायवर्जन से समस्या बढ़ती है:-
 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे को लेकर पुलिस ने बुधवार को रूट डायवर्जन की व्यवस्था की । पुलिस प्रशासन ने शहर के लोगों से अपील की . वीवीआईपी मूवमेंट में उनका सहयोग करें. रेलवे स्टेशन बस्ती से होटल बालाजी प्रकाश, दक्षिण दरवाजा, सदर अस्पताल, कैली, सोनुपार, डारीडीहां, जेल रोड, चेतक तिराहा, कबीर तिराहा, पुलिस लाइन, शिव मन्दिर, आयुक्त सभागार, सर्किट हाउस रोड सुबह 10 बजे से कार्यक्रम समाप्ति तक सभी प्रकार के वाहन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया था.
        जिला का राजस्व और पुलिस प्रशासन का पूरा अमला विगत दो दिनों से शहर के कुछ चुनिंदा रूट को अस्थाई रूप से चमकाने में लगे हैं.मुख्यमंत्री के आगमन पर दक्षिण दरवाजा पुलिस चौकी से कार्यक्रम स्थल बालाजी प्रकाश होटल तक सड़क बनाई जा रही है. सड़क के किनारे की नालियां साफ किया गया.नवीन मंडी समिति के अंदर से एक रास्ता कार्यक्रम स्थल होटल तक दिया जा रहा है.जिस रास्ते से आम जनता प्रवेश कर सकेगी. एक हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है.
      काश! ऐसे ही वी वीवीआईपी मूवमेंट होता रहे तो कुछ चुनिंदा ही सही कुछ चमक दिखाई पड़ने ही लगता है. शहर के अनेक नागरिक समस्याये हैं. एक का निदान हुआ तो कई नई विकराल रूप ले लेती हैं. जिले की हृदय रेखा मालवीय मार्ग से जिले के आला अधिकारी क्यों नहीं अवगत होते हैं?इस पर चलने वाले जाएं तो जाएं कहां? भाजपा और सपा के माननीय कुछ भी खास कर पाने में स्वम को समर्थ नहीं कर सके हैं.
      फंड को रोना रोने वाले को जनपद के आम नागरिकों के स्वास्थ्य सफाई और यातायात समस्याओं के स्थाई निदान की कोई रुपरेखा नही दिखाई दे रही है. आधे से ज्यादा शहर में स्वच्छता मानक के अनुरूप नही है. सड़के पैदल भी चलने लायक नही हैं.इससे अच्छा ग्रामीण क्षेत्रों की सड़के देखी जा सकती हैं. आरक्षित महिला नगर पालिका अध्यक्ष अपनी सक्रियता विगत कई कार्यकालों से नहीं दिखा पा रही हैं.जिले में चार नव गठित नगर पंचायतें तो  अपने विकास पथ पर चल रही हैं पर नगर पालिका बस्ती अपने बड़े हुए 69 शहर से लगे हुए अर्ध शहरी क्षेत्र का ना तो अंगीकार कर पाया और ना ही नागरिक सुविधाएं ही दे पाया। हालत पहले से भी ज्यादा बदतर हो गई है.
        जिले में स्वास्थ्य के दो सरकारी केन्द्र बस्ती का जिला सदर अस्पताल और कैली का मेडिकल कॉलेज है.
वीवीआईपी मूवमेंट में ये ये दोनो वीरान रहे क्योंकि रूट डाईवर्जन के कारण मरीज को प्रशासन वहां फटकने ही नही देगा। यह भी सम्भव है कुछ जरूरत मंद को डिसचार्ज भी कर दिया जाए.सब मिलाकर कहीं नागरिक को गुड फील मिल सकता है तो कही बैड फील. 
                   -- :New Updates:--
स्टेशन रोड और मालवीय रोड के सुधार का अनुमोदन मिला  :-
बस्ती शहर की हृदय रेखा मालवीय मार्ग की दुर्दशा का जिक्र मैंने किया था।इस पर शासन गम्भीर हुआ और उसे गंभीरता से विचार करते हुए शासन अग्रिम कदम बढ़ा लिया है। शहर की दो प्रमुख और अति खराब सड़कें दक्षिण दरवाजे से रेलवे स्टेशन और दक्षिण दरवाजे से कलक्ट्रेट तक की सड़के बनाने की अनुमति शासन से मिल गई हैं।
      दक्षिण दरवाजे से रेलवे स्टेशन और दक्षिण दरवाजे से कलक्ट्रेट तक की सड़क पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर होनी थी। पहले भेजा गया प्रस्ताव शासन ने अस्वीकार कर लिया था। बाद में इस रोड पीडब्ल्यूडी को नए प्रस्ताव के तहत हैंडओवर होने की बात कही गई। अभी यह प्रक्रिया चल रही थी कि बस्ती में मुख्यमंत्री के दौरे का प्रस्ताव रखा गया था। सीएम का प्रोग्राम स्टेशन रोड स्थित बालाजी होटल में तय हुआ। बताया गया कि सड़क का निर्माण 15वें वित्त से होगा, निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी करेगा। पीडब्ल्यूडी ने एक दिन में काम पूरा करने के लिए 40 लाख के प्रोजेक्ट और आधी सड़कें बनाईं। डीवीडी रोड का निर्माण 'हिन्दुस्तान ' ने एक और दो अक्टूबर के अंक में सचित्र प्रकाशित किया। जिसे यहां के जन प्रतिनिधियों ने संज्ञान में लिया था।







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